“अब तो न्याय दो”: डॉ. के. ए. पॉल का चंद्रबाबू नायडू को दो टूक संदेश

डॉ. के. ए. पॉल ने विशेष राज्य का दर्जा दिलाने और साहूकारों से बहनों की हिफ़ाज़त के लिए सख्त कानून लाने की अपील की

17 जून 2025, हैदराबाद

गांव-गांव में विकास की बाट जोहते आंध्र प्रदेश के लोगों के लिए डॉ. के. ए. पॉल ने फिर एक बार आवाज़ उठाई है। अंतरराष्ट्रीय शांति कार्यकर्ता और Global Peace Initiative के संस्थापक डॉ. पॉल ने मुख्यमंत्री श्री एन. चंद्रबाबू नायडू को एक खुला खत लिखा है। इस खत में उन्होंने आंध्र को “विशेष राज्य का दर्जा” दिलाने की दिशा में ठोस क़दम उठाने की बात कही है, और साथ ही राज्य की महिलाओं की रक्षा के लिए एक कड़ा कानून लाने की मांग की है।

उन्होंने कहा कि 21 अगस्त और 10 सितंबर 2024 को हाईकोर्ट की सुनवाई के बावजूद सरकार अब तक जवाबी हलफनामा दाखिल नहीं कर पाई है। डॉ. पॉल ने मुख्यमंत्री से अपील की — “आपके पास इतिहास बदलने का मौका है, इसे खाली मत जाने दीजिए।”

 

डॉ. पॉल का खत क्या कहता है:
  • 2014 में जनता से जो वादे किए गए थे, उन्हें अब पूरा करने का समय आ गया है।

  • आंध्र पर ₹10 लाख करोड़ से ज़्यादा कर्ज है और कोई ठोस बुनियादी ढांचा नहीं।

  • विशेष दर्जा मिलने पर 90% केंद्र सरकार से मदद मिलेगी, जिससे निवेश और रोज़गार दोनों बढ़ेंगे।

  • अगर राज्य को विशेष दर्जा मिल जाए, तो हर 5 साल में जीडीपी दोगुनी हो सकती है।

डॉ. पॉल ने प्रधानमंत्री मोदी, सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह और वेंकैया नायडू के उस समय किए वादों की भी याद दिलाई, जब उन्होंने जनता से विशेष दर्जे का भरोसा दिलाया था।

यह भी पढ़ें : मरुस्थलीकरण और सूखा रोकने की रणनीति पर जोधपुर में बड़ी पहल, अरावली संरक्षण को मिली रफ्तार
“अब आर-पार की लड़ाई जरूरी”

डॉ. पॉल ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि सभी लोग — चाहे वो पवन कल्याण हों, वाईएस जगन मोहन रेड्डी हों या रेवंत रेड्डी — मिलकर एक शांतिपूर्ण जन आंदोलन छेड़ें ताकि आंध्र को उसका हक मिल सके।

“बहनों को बचाइए — साहूकारों की दरिंदगी से”

अपने खत में डॉ. पॉल ने महिलाओं की सुरक्षा का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि राज्य विधानसभा में एक सख्त कानून लाया जाए ताकि युवतियों को क्रूर साहूकारों से बचाया जा सके।

उदाहरण के तौर पर उन्होंने चित्तूर ज़िले के कुडप्पम की एक दर्दनाक घटना का जिक्र किया — जहां ₹80,000 के कर्ज की वजह से एक युवती को पेड़ से बांधकर मारा गया। बताया गया है कि आरोपी एक टीडीपी कार्यकर्ता है और यह पूरी घटना एक टीवी चैनल पर प्रसारित भी हुई है। डॉ. पॉल ने यह वीडियो साक्ष्य के तौर पर भी पेश किया है।

यह भी पढ़ें : आर. माधवन और फातिमा सना शेख की नई रोमांटिक पेशकश ‘आप जैसा कोई’ 11 जुलाई से नेटफ्लिक्स पर

Related Posts

सनातन संस्कृति के वैश्विक पुनर्जागरण की दिशा में बड़ा कदम, दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस
  • adminadmin
  • December 18, 2025

1000 करोड़ के महाप्रकल्प से जुड़े तथ्यों और गतिविधियों की होगी आधिकारिक जानकारी नई दिल्ली: सनातन धर्म से जुड़े एक ऐतिहासिक और व्यापक प्रकल्प को लेकर विश्व सनातन महापीठ दिल्ली…

Continue reading
कविता चंद की ऐतिहासिक उपलब्धि, अंटार्कटिका की चोटी पर पहुंचा भारत
  • adminadmin
  • December 14, 2025

अब मुंबई में रह रहीं 40 वर्षीय एंड्योरेंस एथलीट ने अपने सेवन समिट्स लक्ष्य के तहत माउंट विंसन पर सफल चढ़ाई की, उत्तराखंड की जड़ों को वैश्विक मंच तक पहुंचाया…

Continue reading

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You Missed

सिर्फ दौरा नहीं, एक एहसास था: भारतीय फैंस के दिलों में मेसी

  • By admin
  • December 20, 2025
  • 39 views
सिर्फ दौरा नहीं, एक एहसास था: भारतीय फैंस के दिलों में मेसी

मक्का की रणनीति: किसान हित, नीतिगत निर्णय और वैश्विक दबाव का संतुलन

  • By admin
  • December 19, 2025
  • 40 views
मक्का की रणनीति: किसान हित, नीतिगत निर्णय और वैश्विक दबाव का संतुलन

₹1000 करोड़ की विश्व सनातन महापीठ से संगठित होगी वैश्विक सनातन चेतना

  • By admin
  • December 19, 2025
  • 28 views
₹1000 करोड़ की विश्व सनातन महापीठ से संगठित होगी वैश्विक सनातन चेतना

भारत और अफगानिस्तान के बीच स्वास्थ्य सहयोग पर उच्चस्तरीय वार्ता

  • By admin
  • December 19, 2025
  • 27 views
भारत और अफगानिस्तान के बीच स्वास्थ्य सहयोग पर उच्चस्तरीय वार्ता

पारुल सिंह और मनोज जोशी ने भाजपा नेता नितिन नवीन को दी बधाई

  • By admin
  • December 18, 2025
  • 47 views
पारुल सिंह और मनोज जोशी ने भाजपा नेता नितिन नवीन को दी बधाई

ऑस्ट्रिया के बाद अब नॉर्वे: MERI कॉलेज की वैश्विक शैक्षणिक उड़ान

  • By admin
  • December 18, 2025
  • 32 views
ऑस्ट्रिया के बाद अब नॉर्वे: MERI कॉलेज की वैश्विक शैक्षणिक उड़ान