TRC सोलर मॉड्यूल पेश, दक्षता 24.60% और 665W पावर आउटपुट के साथ भारत में पहला कदम
नई दिल्ली: भारत के रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र में एक नया अध्याय, सोलेक्स एनर्जी और जर्मनी की ISC कोंस्टांज ने सोलर तकनीक में रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की।
इस रणनीतिक साझेदारी के माध्यम से, आईएससी कोंस्टांज सोलेक्स को अपनी आगामी टॉपकॉन सेल लाइन को अपग्रेड करने और नेक्स्ट जनरेशन रियर कॉन्टैक्ट और सी-एसआई टैंडम/पेरोव्स्काइट सौर तकनीकों को अपनाने के लिए व्यापक तकनीकी सहायता प्रदान करेगा। यह सहयोग सोलेक्स के इन-हाउस आर एंड डी लाइन को भी सक्षम बनाएगा, जिससे भारत में निरंतर इनोवेशन और उच्च दक्षता वाले सोलर मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा।
सोलेक्स एनर्जी लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. चेतन शाह ने कहा “यह साझेदारी तकनीकी उत्कृष्टता और वैश्विक नेतृत्व की दिशा में सोलेक्स की यात्रा में एक निर्णायक अध्याय है। हमारे विज़न 2030 के तहत, हम भारत को सोलर इनोवेशन के केंद्र में बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसका लक्षित मूल्यांकन ₹1 लाख करोड़ है और 1.5 बिलियन डॉलर का निवेश और 25,000 उच्च कुशल टीम इस विज़न को आगे बढ़ा रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा: “हमारा ध्यान केवल क्षमता बढ़ाने पर ही नहीं, बल्कि दक्षता, विश्वसनीयता और प्रदर्शन के माध्यम से बेजोड़ मूल्य प्रदान करने पर भी है। भारत, यूरोप और अमेरिका में अपनी वैश्विक उपस्थिति का विस्तार करते हुए, हमारा लक्ष्य एक ऐसा भविष्य बनाना है जहाँ स्वच्छ और हर घर किफ़ायती ऊर्जा हो। आईएससी कोंस्टांज के साथ मिलकर, हम इस दृष्टिकोण को वास्तविकता में बदल रहे हैं।”
आईएससी कोंस्टांज में रणनीति और शिक्षा विभाग के प्रमुख डॉ. कोपेसेक राडोवन ने कहा “आईएससी कोंस्टांज में, हम 2005 से लागत कम करते हुए लगातार फोटोवोल्टिक दक्षता बढ़ा रहे हैं। हमारा मिशन ऐसे रिसर्च परिणाम प्राप्त करना है जो उद्योग और समाज दोनों के लिए लाभकारी हों। सोलेक्स एनर्जी के साथ हमारी साझेदारी हमें उस दृष्टिकोण को साकार करने और एक सफल वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन को आगे बढ़ाने के करीब लाती है।”
विज़न 2030 के तहत, सोलेक्स का लक्ष्य 10 गीगावाट सोलर मॉड्यूल और 10 गीगावाट सोलर सेल निर्माण क्षमता स्थापित करना है, जो भारतीय सोलर मैन्युफैक्चरिंग में नए मानक स्थापित करेगा। इसी कार्यक्रम में, सोलेक्स ने भारत के पहले रियर कॉन्टैक्ट सोलर मॉड्यूल, तापी रियर कॉन्टैक्ट (TRC) का अनावरण किया, जो डिज़ाइन और दक्षता में एक बड़ी छलांग का प्रतिनिधित्व करता है। यह मॉड्यूल 24.60% दक्षता और 665W पावर आउटपुट प्रदान करता है और इसका कमर्शियल प्रोडक्शन वित्त वर्ष 27 तक शुरू होगा।
सोलेक्स ने यह भी घोषणा की कि 30 अक्टूबर, 2025 से ग्रेटर नोएडा में शुरू होने वाले रिन्यूएबल एनर्जी इंडिया (REI) एक्सपो में कंपनी अपनी नवीनतम तकनीकों और तापी रियर कॉन्टैक्ट उत्पाद श्रृंखला का प्रदर्शन करेगी। बूथ संख्या R318, हॉल 11 में यह एक्सहिबिशन देखने के लिए उपस्थित होंगे।
अपनी विस्तार रणनीति के तहत, सोलेक्स भारत और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में नई साझेदारियों की सक्रिय तलाश कर रहा है, जिससे उसकी वैश्विक पहुँच और मजबूत होगी। उल्लेखनीय है कि सोलेक्स हाल ही में एनएसई इमर्ज से एनएसई मेन बोर्ड में स्थानांतरित हुआ है, जो कंपनी की ग्रोथ जर्नी में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और भारत के सबसे विश्वसनीय और भविष्य के लिए तैयार रिन्यूएबल एनर्जी उद्यमों में इसकी स्थिति को और मजबूत करता है।




