
भारत–उज़्बेकिस्तान के बीच शैक्षणिक साझेदारी को मिला नया आयाम
नई दिल्ली, 20 अगस्त 2025
ब्रिटिश मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी (बीएमयू), ताशकंद, उज़्बेकिस्तान का एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल बुधवार को एमईआरआई, नई दिल्ली पहुँचा। प्रतिनिधिमंडल का स्वागत प्रो. ललित अग्रवाल, उपाध्यक्ष, एमईआरआई ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशंस; प्रो. (डॉ.) रामकांत द्विवेदी, प्रमुख, एमईआरआई सेंटर फ़ॉर इंटरनेशनल स्टडीज़ और श्री लव अग्रवाल ने किया।
प्रारंभिक स्वागत भाषण में प्रो. (डॉ.) द्विवेदी ने बीएमयू के रेक्टर प्रो. यूरी लोक्टियोनोव और वाइस-रेक्टर प्रो. सिद्धार्थ सक्सेना का अभिनंदन किया। अपने संबोधन में प्रो. ललित अग्रवाल ने एमईआरआई की चार दशकों की शैक्षणिक यात्रा को रेखांकित किया, जिसमें संस्थान ने प्रबंधन शिक्षा में “शांत परंतु प्रभावी योगदान” दिया है।
प्रो. (डॉ.) दीपशिखा कालरा, डीन, एमईआरआई ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशंस ने संस्थान के विकास और उपलब्धियों पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। उनके वक्तव्य में एमईआरआई की राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियों, शोध पहलों और शैक्षणिक उत्कृष्टता में निरंतर योगदान को विशेष रूप से रेखांकित किया गया।
बीएमयू के रेक्टर प्रो. यूरी लोक्टियोनोव ने विश्वविद्यालय की प्रगति और दृष्टि पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने विश्वविद्यालय के मिशन, मूल उद्देश्यों और स्थानीय व अंतरराष्ट्रीय सहयोग की संभावनाओं को स्पष्ट किया।
प्रो. ललित अग्रवाल ने एमईआरआई और बीएमयू के बीच शैक्षणिक दृष्टि, संस्थागत विकास और छात्र-केंद्रित दृष्टिकोण की गहरी समानताओं को उजागर किया। वहीं, प्रो. सिद्धार्थ सक्सेना, वाइस-रेक्टर, बीएमयू ने निजी शोध विश्वविद्यालयों के संदर्भ में अनुसंधान सहयोग को और मज़बूत करने पर बल दिया। उन्होंने प्रबंधन और सम्बद्ध क्षेत्रों में दोनों संस्थानों की अकादमिक शक्तियों का लाभ उठाकर संयुक्त शोध, नवाचार और वैश्विक सहभागिता की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।
बैठक का समापन इस साझा समझ के साथ हुआ कि एमईआरआई और बीएमयू दोनों संस्थान आगे शैक्षणिक सहयोग को नई ऊँचाइयों तक ले जाएंगे। दोनों पक्षों ने दीर्घकालिक साझेदारी और भारत–उज़्बेकिस्तान शैक्षणिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई।