
सोशल मीडिया और ऑनलाइन कंटेंट के प्रभाव पर छात्रों ने रखे तर्क, पाँच प्रतिभागियों को मिला पुरस्कार
नई दिल्ली:
सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती को यादगार बनाने के लिए, दिल्ली पुलिस (पश्चिम जिला) ने उपायुक्त पुलिस कार्यालय के सामुदायिक पुलिसिंग सेल, जनकपुरी के अंतर्गत एमईआरआई कॉलेज, जनकपुरी में वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया। प्रतियोगिता का विषय था – ‘सोशल मीडिया और ऑनलाइन कंटेंट का प्रभाव’।
एमईआरआई कॉलेज के बी.ए.(जेएमसी) पाठ्यक्रम के 70 से अधिक छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और पक्ष एवं विपक्ष दोनों ही ओर से अपने विचार प्रस्तुत किए। छात्रों के वक्तव्यों में यह स्पष्ट झलक रहा था कि सोशल मीडिया का प्रभाव युवाओं, परिवारों और समाज पर किस प्रकार पड़ता है। निर्णायक मंडल ने पाँच विजेताओं का चयन किया, जिनके नाम हैं भूमि दहिया, जेसिका, वंशजीत, तनिष्का सिंह और मनीषा। इस कार्यक्रम का आयोजन प्रो. ललित अग्रवाल, वाइस प्रेसिडेंट, एमईआरआई ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के मार्गदर्शन में किया गया।
इस अवसर पर दिल्ली पुलिस के एएसआई श्याम सुंदर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि “छात्रों को बिना सत्य जाने किसी भी सामग्री को शेयर या लाइक नहीं करना चाहिए।” उन्होंने युवाओं से सतर्क रहने की अपील की और कहा कि “आज का युवा केवल कंटेंट का उपभोक्ता ही नहीं, बल्कि सत्य और ईमानदारी का जिम्मेदार प्रहरी भी होना चाहिए।”
कार्यक्रम की शुरुआत पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के एचओडी डॉ. एस.के. पांडेय के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का हार्दिक अभिनंदन किया और सरदार वल्लभभाई पटेल के असाधारण जीवन और योगदान पर प्रकाश डाला। यह आयोजन सामुदायिक पुलिसिंग सेल, जनकपुरी की युवा सहभागिता श्रृंखला का हिस्सा था, जो 26 जुलाई 2025 से शुरू हुआ है और 31 अक्टूबर 2025 सम्पन्न होगा। इस आयोजन के तहत विभिन्न संस्थानों के छात्रों को पुरस्कृत किया जाएगा।
कार्यक्रम का समापन प्रो. सदानंद पांडे द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद ज्ञापन से हुआ। उन्होंने दिल्ली पुलिस का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने युवाओं पर केंद्रित इस तरह की पहल के लिए एमईआरआई कॉलेज के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग को चुना। कार्यक्रम का संचालन बी.ए.(जेएमसी) की छात्रा कृतिका शर्मा ने किया।