
वरिष्ठ पत्रकार राकेश कुमार ने पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में भारतीय सेना की त्वरित और सटीक कार्रवाई की सराहना की है। उन्होंने इसे देश की सुरक्षा और मूल्यों की रक्षा में अहम कदम बताया। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जो लश्कर-ए-तैयबा (LeT) आतंकवादियों द्वारा 26 नागरिकों की हत्या के बाद किए गए जवाबी हमले का हिस्सा था।
राजनाथ सिंह और नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की सराहना
राकेश कुमार ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की, जिन्होंने सशस्त्र बलों के साथ मिलकर इस निर्णायक और संयमित प्रतिक्रिया को संभव बनाया। राकेश कुमार ने कहा, “यह ऑपरेशन भारत की बढ़ती क्षमता को दिखाता है, जो आतंकवाद के खिलाफ न्यायपूर्ण और प्रभावी प्रतिक्रिया देती है। यह संदेश देता है कि भारत अपने नागरिकों पर हुए हमले को कभी सहन नहीं करेगा।”
ऑपरेशन सिंदूर की प्रेरणा और उद्देश्य
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर हनुमान जी के अशोक वाटिका में लिए गए दृष्टिकोण से प्रेरित था, जहां केवल उन ढांचों को नष्ट किया गया जो निर्दोषों को नुकसान पहुँचाने के लिए उपयोग किए जा रहे थे। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर ने इस सिद्धांत का पालन करते हुए केवल आतंकवादी हमलों के जिम्मेदार ठिकानों को निशाना बनाया।” उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व ने सशस्त्र बलों को सटीकता और उद्देश्य के साथ कार्रवाई करने की शक्ति दी है।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद विरोधी प्रयासों का अहम कदम
राकेश कुमार ने इसे भारत के आतंकवाद विरोधी प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम बताया, जो रणनीति, ताकत और कूटनीति का अच्छा संतुलन प्रदर्शित करता है। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे सशस्त्र बलों और उनके नेताओं का समर्थन करें, जो ऐसे मिशनों को सुनिश्चित करते हैं।