
ऑल इंडिया माइनॉरिटीज फ्रंट (AIMF) ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की है। इस जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। AIMF ने इसे आतंकवाद के विरुद्ध भारत की मज़बूत प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है।
“मानवता पर हमला था पहलगाम की वारदात” – लुबना आसिफ
AIMF की राष्ट्रीय अध्यक्ष लुबना आसिफ ने इस सैन्य अभियान को “ज़रूरी और संतुलित” जवाब बताते हुए कहा:
“पहलगाम में हुआ हमला सिर्फ आम नागरिकों पर नहीं, बल्कि पूरी मानवता की आत्मा पर प्रहार था। भारत की तरफ से लिया गया यह कड़ा कदम देश की सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा के लिए आवश्यक था। हम सेना और सरकार के संयम और स्पष्ट रुख की प्रशंसा करते हैं।”
महिला अधिकारियों की भागीदारी को बताया प्रेरणादायक
लुबना आसिफ ने कहा कि इस अभियान में दो महिला सैन्य अधिकारियों, जिनमें एक मुस्लिम महिला अधिकारी भी शामिल हैं, की सक्रिय भागीदारी भारत के समावेशी स्वरूप को दर्शाती है।
“यह संदेश देता है कि आतंकवाद के खिलाफ देश की लड़ाई में हर वर्ग एकजुट है। यह हमारे युवाओं के लिए प्रेरणा है।”
“राष्ट्र की विविधता और एकता का प्रतीक है यह मिशन” – लाइका आसिफ
AIMF की प्रतिनिधि **लाइका आसिफ** ने कहा कि भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने नागरिकों पर हमले बर्दाश्त नहीं करेगा।
“महिला अधिकारियों के नेतृत्व में हुए इस ऑपरेशन ने देश की विविधता को दर्शाया है। एक मुस्लिम महिला अधिकारी की भागीदारी हमें गर्व और प्रेरणा देती है। यह मिशन राष्ट्रीय एकता और सामूहिक शक्ति का प्रतीक है।”
AIMF की अपील: आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रहें नागरिक
AIMF ने देशवासियों से अपील की है कि वे आतंकवाद और कट्टरता के विरुद्ध एक स्वर में खड़े रहें। संगठन ने पहलगाम हमले में प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की और शांति, सौहार्द और एकता बनाए रखने की अपील की।
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