
आइजोल, मिजोरम, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियोकॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मिजोरम की राजधानी आइजोल में 9,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। ये परियोजनाएं रेलवे, सड़क, ऊर्जा और खेल जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को कवर करती हैं, जो मिजोरम के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, क्योंकि आइजोल अब भारत के रेलवे नक्शे पर शामिल हो गया है। खराब मौसम के कारण लेंगपुई हवाई अड्डे पर व्यक्तिगत रूप से उपस्थित न हो पाने के बावजूद, प्रधानमंत्री ने मिजोरम के लोगों के साथ अपने गहरे जुड़ाव को व्यक्त करते हुए कहा, “मैं इस माध्यम से भी लोगों का प्यार और स्नेह महसूस कर सकता हूं।”
परिवर्तन की जीवनरेखा: मिजोरम की रेलवे क्रांति
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दिन को राष्ट्र, विशेष रूप से मिजोरम के लोगों के लिए ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि “यह न केवल एक रेलवे कनेक्शन है, बल्कि परिवर्तन की जीवनरेखा है और यह मिजोरम के लोगों के जीवन और आजीविका में क्रांति लाएगी।” बैराबी-सैरंग रेल लाइन का उद्घाटन, जिसका शिलान्यास उन्होंने कुछ वर्ष पहले किया था, चुनौतीपूर्ण भूभाग के बावजूद अब हकीकत बन चुका है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए इंजीनियरों और श्रमिकों की मेहनत की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि सैरंग अब राजधानी एक्सप्रेस के माध्यम से दिल्ली से सीधे जुड़ेगा, जिससे किसानों, व्यवसायियों और नागरिकों को देश भर के बड़े बाजारों, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच मिलेगी। यह कनेक्टिविटी पर्यटन, परिवहन और आतिथ्य क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करेगी। सैरंग-हमवंगबुचुआ रेल लाइन और कालदन मल्टी-मोडल ट्रांजिट ट्रांसपोर्ट परियोजना मिजोरम को दक्षिण पूर्व एशिया के माध्यम से बंगाल की खाड़ी से जोड़ेगी, जिससे व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
उत्तर पूर्व: भारत का विकास इंजन
प्रधानमंत्री ने उत्तर पूर्व को भारत का विकास इंजन बताते हुए कहा कि पिछले 11 वर्षों में सरकार ने समावेशी दृष्टिकोण अपनाया है, जो पहले की वोट-बैंक राजनीति से अलग है। इस दौरान रेल, सड़क, हवाई और डिजिटल कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। मिजोरम जल्द ही उड़ान योजना के तहत हेलीकॉप्टर सेवाओं से लाभान्वित होगा, जिससे दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंच आसान होगी। उन्होंने मिजोरम की भारत की एक्ट ईस्ट नीति और उभरते उत्तर पूर्व आर्थिक गलियारे में महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
युवाओं और खेल को सशक्त बनाना
मिजोरम के प्रतिभाशाली युवाओं और खेल परंपरा पर प्रकाश डालते हुए, प्रधानमंत्री ने जनजातीय समुदायों के लिए शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 11 एकलव्य आवासीय स्कूलों की स्थापना और छह और स्कूलों के निर्माण की जानकारी दी। उत्तर पूर्व स्टार्ट-अप हब के रूप में उभर रहा है, जिसमें 4,500 स्टार्ट-अप और 25 इनक्यूबेटर कार्यरत हैं, जिनमें मिजोरम के युवा सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। खेल में, खेलो इंडिया योजना और नई राष्ट्रीय खेल नीति—खेलो इंडिया खेल नीति—आधुनिक बुनियादी ढांचा और अवसर प्रदान कर रही है, जो मिजोरम की फुटबॉल और अन्य खेलों में चैंपियन पैदा करने की परंपरा के अनुरूप है।
नेक्स्टजेन जीएसटी सुधार: जीवन को आसान बनाना
प्रधानमंत्री ने नेक्स्टजेन जीएसटी सुधारों की चर्चा की, जिन्होंने टूथपेस्ट, साबुन और तेल जैसे आवश्यक सामानों पर कर को 27% से घटाकर 5% कर दिया है, जिससे जीवन अधिक किफायती हुआ है। दवाइयां, टेस्ट किट और बीमा अब अधिक सुलभ हैं, और 22 सितंबर, 2025 के बाद कैंसर की दवाओं और सीमेंट जैसे निर्माण सामग्रियों पर कर में और कमी आएगी। अधिकांश होटलों पर जीएसटी 5% तक कम होने से मिजोरम और उत्तर पूर्व में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे त्योहारी सीजन में यात्रा और खोज को प्रोत्साहन मिलेगा।
सांस्कृतिक और आर्थिक गौरव
प्रधानमंत्री ने मिजोरम के बांस उत्पादों, जैविक अदरक, हल्दी और केले की सराहना की, जिन्हें वोकल फॉर लोकल पहल ने बढ़ावा दिया है। दिल्ली में आयोजित अष्ट लक्ष्मी महोत्सव और राइजिंग नॉर्थ ईस्ट समिट ने क्षेत्र के वस्त्र, शिल्प और पर्यटन की क्षमता को प्रदर्शित किया, जिससे बड़े निवेश आकर्षित हुए हैं।
भारत की आर्थिक और सुरक्षा उपलब्धियां
2025-26 की पहली तिमाही में 7.8% की वृद्धि दर के साथ भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। प्रधानमंत्री ने मेक इन इंडिया और निर्यात में वृद्धि की सराहना की। ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए उन्होंने सशस्त्र बलों और स्वदेशी हथियारों की भूमिका की प्रशंसा की।
समावेशी विकास का संकल्प
अपने संबोधन के अंत में, प्रधानमंत्री ने प्रत्येक नागरिक, परिवार और क्षेत्र के कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा, “लोगों के सशक्तिकरण से विकसित भारत का निर्माण होगा,” और मिजोरम की इस यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका पर विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने आइजोल के रेलवे नेटवर्क में शामिल होने पर बधाई दी और जल्द ही मुलाकात की उम्मीद जताई।
इस आयोजन में मिजोरम के राज्यपाल जनरल वी के सिंह, मुख्यमंत्री श्री लालदुहोमा और केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे, जो मिजोरम की प्रगति के लिए एक ऐतिहासिक क्षण को चिह्नित करता है।