
पैरालंपिक समिति दिल्ली ने सहयोग से समावेशी खेल तंत्र बनाने का रखा प्रस्ताव
नई दिल्ली, 22 अगस्त 2025
पैरा-एथलीटों के लिए संस्थागत सहयोग को मज़बूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए, पैरालंपिक समिति ऑफ इंडिया (दिल्ली स्टेट) और दिव्यांग पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन ऑफ दिल्ली की अध्यक्ष श्रीमती पारुल सिंह ने आज एक प्रतिनिधिमंडल के साथ दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (डीएसजीएमसी) के साथ बैठक की। इस प्रतिनिधिमंडल में डॉ. हरविंदर सलुजा (मुख्य सलाहकार एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष), राहुल कसाना (महामंत्री), गौरव चौधरी (उपाध्यक्ष) और ललित (कोषाध्यक्ष) शामिल थे।
बैठक में राजधानी में पैरा-एथलीटों के लिए बेहतर आधारभूत ढांचा, प्रशिक्षण सुविधाएं और अवसर उपलब्ध कराने पर चर्चा हुई। श्रीमती सिंह ने ज़ोर देकर कहा कि पैरा-स्पोर्ट्स को समान महत्व और पहचान मिलनी चाहिए तथा दिव्यांग खिलाड़ियों को सशक्त बनाने के लिए सामूहिक प्रयासों की तत्काल आवश्यकता है।
इस अवसर पर बोलते हुए श्रीमती पारुल सिंह ने कहा, “यह साझेदारी एक समावेशी खेल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की दिशा में अहम कदम है, जहाँ पैरा-एथलीटों को वे सभी सुविधाएं, सम्मान और प्रोत्साहन मिलेगा जिसके वे वास्तव में हक़दार हैं। डीएसजीएमसी जैसी सामुदायिक संस्थाओं के सहयोग से हमें पूरा विश्वास है कि हम अपने खिलाड़ियों के लिए स्थायी बदलाव ला पाएंगे।”
डीएसजीएमसी की ओर से प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने किया। उनके साथ समिति के सदस्य मोंटी कोचर, विन्नी गुजराल, गगनजोत सिंह और करणप्रीत सिंह मौजूद रहे। समिति ने पैरा-स्पोर्ट्स के उत्थान के लिए भविष्य में सहयोग का आश्वासन दिया।
बैठक का समापन दोनों पक्षों के इस संकल्प के साथ हुआ कि वे मिलकर पैरा-एथलीटों के लिए अधिक अवसर और संसाधन उपलब्ध कराएंगे, जिससे दिल्ली पैरा-स्पोर्ट्स का एक प्रमुख केंद्र बन सके।