भारतीय छात्र विदेशों में भारत के सांस्कृतिक दूत: लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला

उज्बेकिस्तान यात्रा के दौरान छात्रों और प्रवासी भारतीयों से की बातचीत

 

लोक सभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने कहा है कि विदेशों में पढ़ रहे भारतीय छात्र न केवल शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, बल्कि वे भारतीय संस्कृति और मूल्यों के सच्चे प्रतिनिधि भी हैं। उन्होंने कहा कि भले ही ये छात्र भारत से हजारों मील दूर रह रहे हों, लेकिन वे भारतीय जीवन-मूल्यों से जुड़े रहते हैं और उन्हें अपने मेजबान देशों में भी फैलाते हैं।

श्री बिरला ने यह बात उज्बेकिस्तान की अपनी चार दिवसीय यात्रा के दौरान समरकंद मेडिकल यूनिवर्सिटी में भारतीय छात्रों से बातचीत के दौरान कही। वे इस समय अंतर-संसदीय संघ (IPU) की 150वीं बैठक में भाग लेने वाले भारतीय संसदीय शिष्टमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।

“न्यू इंडिया अवसरों की भूमि है”: छात्रों को किया प्रेरित

श्री बिरला ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज का भारत एक उभरती हुई वैश्विक शक्ति है, जिसे ‘अवसरों की भूमि’ कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि खासतौर पर स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं ने युवाओं के लिए अपार संभावनाएं खोली हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों के इस योजना में शामिल होने से विदेश में पढ़ रहे FMG (Foreign Medical Graduates) डॉक्टरों को देश में मूल्यवान अनुभव प्राप्त करने और सेवा देने का मौका मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि भारत में मेडिकल शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में हो रही तीव्र प्रगति से छात्रों को करियर और शोध के लिए असीम अवसर उपलब्ध हो रहे हैं।

भारतीय छात्र विदेशों में भारत के सांस्कृतिक दूत
भारतीय छात्र विदेशों में भारत के सांस्कृतिक दूत

सरकार भारतीय छात्रों की हर स्थिति में मदद के लिए प्रतिबद्ध: बिरला

लोक सभा अध्यक्ष ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत सरकार दुनियाभर में फैले भारतीय छात्रों की शिक्षा, सुरक्षा और भविष्य को लेकर सजग है। ‘मदद’ पोर्टल और विदेशों में भारतीय दूतावासों की सक्रिय भूमिका का ज़िक्र करते हुए उन्होंने बताया कि सरकार यह सुनिश्चित करती है कि छात्रों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

उन्होंने छात्रों से कहा, “भारतीय डॉक्टरों की दुनिया भर में खास पहचान है। इस परंपरा को आप आगे बढ़ाएं और अपने ज्ञान से वैश्विक स्वास्थ्य क्षेत्र में योगदान दें।”

प्रवासी भारतीय भारत की छवि को वैश्विक मंच पर कर रहे हैं मजबूत

उज्बेकिस्तान में रह रहे प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए श्री बिरला ने कहा कि उनका भारत के प्रति प्रेम और समर्पण प्रेरणादायक है। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीयों की मेहनत और लगन ने भारत की वैश्विक पहचान को मजबूती दी है।

भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीय निवेश, नवाचार और ज्ञान के माध्यम से ‘विकसित भारत’ अभियान में योगदान दे सकते हैं।

लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला
लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला

भारत-उज्बेकिस्तान संबंधों को प्रवासी समुदाय से मिल रही नई मजबूती

श्री बिरला ने कहा कि भारत और उज्बेकिस्तान के रिश्ते सिर्फ कागजों तक सीमित नहीं, बल्कि यह गहरे आपसी सम्मान, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और जन-संपर्क पर आधारित हैं। उन्होंने प्रवासी भारतीयों की उस भूमिका को रेखांकित किया, जिन्होंने इन संबंधों को मजबूत करने में अहम योगदान दिया है।

उन्होंने विज्ञान, शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग को भी भविष्य के लिए उत्साहजनक बताया।

लोक सभा अध्यक्ष की जॉर्जिया संसद प्रमुख से मुलाकात

ताशकंद में IPU की बैठक के दौरान श्री ओम बिरला ने जॉर्जिया की संसद के चेयरमैन महामहिम शाल्वा पापुआश्विली से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने भारत-जॉर्जिया के बीच संसदीय संबंधों को और मजबूत करने, व्यापार, पर्यटन और नवाचार में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।

श्री बिरला ने जॉर्जिया में रह रहे भारतीय समुदाय की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए वहां की सरकार का आभार भी व्यक्त किया और युवाओं के बीच संवाद, डिजिटल साझेदारी और सांस्कृतिक संबंधों को और गहरा करने का आह्वान किया।

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