
AIPDA सम्मेलन में मंत्री ने डीलरों से व्यवसाय मॉडल के नवीनीकरण, हरित पहलों और डिजिटल क्षमताओं को अपनाने का आग्रह किया
नई दिल्ली, 18 जुलाई 2025
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को अखिल भारतीय पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (AIPDA) के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए देशभर के पेट्रोलियम डीलरों से भारत की हरित ऊर्जा क्रांति में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि डीलरों का विशाल नेटवर्क न केवल ऊर्जा आपूर्ति की रीढ़ है, बल्कि देश के बदलते ऊर्जा परिदृश्य में परिवर्तन का अग्रदूत भी बन सकता है।
डिजिटल दक्षता और हरित ऊर्जा को अपनाने पर जोर
श्री पुरी ने रिटेल आउटलेट्स को आधुनिक ग्राहक सेवा केंद्रों में बदलने की आवश्यकता पर जोर देते हुए डिजिटल भुगतान, स्वचालित बिलिंग, स्वच्छ सुविधाओं और सुरक्षा मानकों को प्राथमिकता देने को कहा। उन्होंने डीलरों को गैर-ईंधन सेवाओं जैसे ईवी चार्जिंग, फिनटेक समाधान और सुविधा स्टोर को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया, जिससे ग्राहकों को बेहतर अनुभव और डीलरों को नई आमदनी के स्रोत मिल सकें।
मार्जिन और परिचालन लागत की चिंताओं को समझने का आश्वासन
डीलरों की आय से जुड़ी चिंताओं को लेकर मंत्री ने कहा कि मंत्रालय परामर्श-आधारित दृष्टिकोण को अपनाता है, न कि टकराव का। उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2024 में डीलर मार्जिन में संशोधन और अंतर-राज्यीय माल ढुलाई के युक्तिकरण जैसे कदम इसी दिशा में उठाए गए हैं। इसके अलावा, फीडबैक और शिकायत निवारण के मंच को और सशक्त करने का भी आश्वासन दिया गया।
जैव-ईंधन के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धियां
मंत्री ने भारत द्वारा 2025 तक 20% इथेनॉल मिश्रण लक्ष्य प्राप्त करने की उपलब्धि को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इससे देश ने 1.4 लाख करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत की है, 238 लाख मीट्रिक टन कच्चे तेल का आयात रोका गया, 717 लाख मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कटौती हुई और किसानों को 1.21 लाख करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष भुगतान मिला है।
CNG और LPG नेटवर्क का विस्तार
उन्होंने यह भी बताया कि 2014 में जहां देश में केवल 738 CNG स्टेशन थे, वहीं अब इनकी संख्या 8,100 से अधिक हो चुकी है। इसके अलावा, उज्ज्वला योजना के तहत अब तक 10.33 करोड़ LPG कनेक्शन दिए जा चुके हैं।
डीलरों को ऊर्जा उद्यमी के रूप में देखे जाने की आवश्यकता
श्री पुरी ने कहा कि डीलरों को सिर्फ रिटेल मार्जिन से जुड़ी भूमिका तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि उन्हें ऊर्जा उद्यमियों की भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने कार्यबल के कौशल उन्नयन, डिजिटल डिलीवरी सिस्टम, बैटरी स्वैपिंग और डिजिटल वित्तीय केंद्रों को अपनाने की बात कही।
राष्ट्र निर्माण में भी योगदान की अपेक्षा
अपने समापन भाषण में श्री पुरी ने कहा कि डीलर नेटवर्क सिर्फ ऊर्जा वितरण तक सीमित नहीं है, बल्कि उसने कोविड-19 महामारी से लेकर मतदाता जागरूकता जैसे राष्ट्रीय अभियानों में भी अहम भूमिका निभाई है।
“यह सम्मेलन केवल एक औपचारिक आयोजन न बनकर एक नई यात्रा की शुरुआत हो—एक यात्रा जो डीलरों को भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर ले जाए,” श्री पुरी ने कहा। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार, डीलरों और तेल विपणन कंपनियों के साथ मिलकर देश को स्वच्छ, सुरक्षित और सुलभ ऊर्जा भविष्य की ओर अग्रसर करेगी।