
6 मई 2025 को AIMIL Pharmaceuticals (India) Ltd. की पशु चिकित्सा शाखा AIMIL Animal Health ने विश्व पशु चिकित्सा दिवस के अवसर पर एक वर्चुअल Continuing Veterinary Education (e-CVE) कार्यक्रम आयोजित किया। इस ऑनलाइन मंच पर देश-विदेश से 3,000 से ज़्यादा पशु चिकित्सा छात्र, चिकित्सक, शोधकर्ता, पैरावेट्स और अन्य पेशेवर जुड़े, जिन्होंने WHO के One Health दृष्टिकोण के अनुरूप आयुर्वेद आधारित समग्र पशु देखभाल की भूमिका पर विस्तार से बातचीत की।
उद्घाटन: समग्र पशु चिकित्सा प्रथाओं की वकालत
कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. सुजीत कुमार दत्ता, जॉइंट कमिश्नर, राष्ट्रीय पशुधन मिशन, भारत सरकार ने किया। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने पारंपरिक और आधुनिक चिकित्सा प्रणालियों को जोड़ने के महत्व को रेखांकित किया तथा AIMIL की आयुर्वेदिक पशु देखभाल पहल की सराहना की। डॉ. दत्ता ने कहा कि ऐसी पहलें न केवल चिकित्सीय स्थिरता लाती हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ी को नैतृत्व की नई दिशा भी प्रदान करती हैं।
विशेषज्ञों के सत्र: पोषण से लेकर साथी जानवरों की देखभाल तक
डॉ. नारायण दत्ता (IVRI)** ने पशु पोषण और उत्पादकता के बीच अंतर्संबंधों पर प्रकाश डाला।
श्री वेणकट गोल्लापुड़ी**, AIMIL के प्रोजेक्ट हेड, ने कंपनी की नवीन अनुसंधान परियोजनाओं की रूपरेखा पेश की।
डॉ. एन.के. महाजन** ने मुर्गी पालन में जिगर और गुर्दे की समस्याओं के आयुर्वेदिक समाधान बताए।
डॉ. विकास (CGS हॉस्पिटल, गुरुग्राम)** ने कुत्तों की देखभाल में फाइटोबायोटिक्स के प्रयोग पर प्रस्तुति दी।
डॉ. डैनियल मतेउटा सिरबू डैनियल (यूएई)** ने विदेशी प्रजातियों के लिए समग्र स्वास्थ्य मॉडलों का वर्णन किया।
डॉ. के. राज कुमार (RIVER, पांडिचेरी)** ने साथी जानवरों की देखभाल में हो रही नवीन प्रगति पर चर्चा की।
डॉ. उज्जवल कृष्ण दे (IVRI)** ने मवेशियों में मास्टाइटिस प्रबंधन के आयुर्वेदिक दृष्टिकोणों को साझा किया।
डॉ. जय कृष्ण दास (OUAT, उड़ीसा)** ने पशुधन प्रजनन स्वास्थ्य पर अपने सुझाव प्रस्तुत किए।
राष्ट्रीय प्रतियोगिताएँ: छात्रो ने दिखाया जलवा
प्रशिक्षण सत्रों के साथ ही 47 पशु चिकित्सा कॉलेजों के छात्रों के लिए एक राष्ट्रीय प्रश्नोत्तरी भी आयोजित की गई, जिसमें 579 प्रश्नावली, 200 पोस्टर, 51 थीसिस और 89 क्लिनिकल केस स्टडी प्रस्तुतियाँ थीं। उत्कृष्ट प्रस्तुतियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया, जबकि सभी प्रतिभागियों को यादगार सराहना किट दी गई।
AIMIL की अगुवाई: हर्बल शोध और One Health में योगदान
इस पूरे कार्यक्रम का समन्वय डॉ. इक्षित शर्मा, AIMIL Pharmaceuticals के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने किया, जिन्होंने पारंपरिक आयुर्वेदिक और आधुनिक पशु चिकित्सा विज्ञान के संगम पर बल दिया। उन्होंने बताया कि फाइटोबायोटिक्स और गैर-एंटीबायोटिक समाधान पशु स्वास्थ्य के लिए कैसे स्थायी मॉडल स्थापित कर सकते हैं।
आगे का मार्ग: तकनीकी हस्तांतरण और उत्पाद विकास
AIMIL Animal Health ने हाल ही में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) से पशु आहार अनुपूरक के तकनीकी हस्तांतरण की व्यवस्था की है। इसके माध्यम से कंपनी मुर्गी पालन, पशुधन पोषण, पालतू आहार और जलीय जीव पालन के लिए हर्बल और वैज्ञानिक रूप से समर्थित उत्पाद रेंज को और विस्तारित करेगी।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर AIMIL Pharmaceuticals के एमडी श्री के.के. शर्मा, डॉ. अनिल कुमार शर्मा, डॉ. टी.एस. ईस्वरी और जनरल मैनेजर डॉ. राजन हांडा ने सभी सहयोगियों, वक्ताओं एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन किया और पशु चिकित्सा क्षेत्र में सहयोग की अपार संभावनाओं पर प्रकाश डाला।*