
नई दिल्ली, 22 सितंबर, 2025:
उपराष्ट्रपति श्री सी. पी. राधाकृष्णन ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के चयनित भाषणों के चौथे और पांचवें खंड जारी किए, जो जून 2022 से मई 2023 और जून 2023 से मई 2024 तक की अवधि को कवर करते हैं। *सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास* शीर्षक से, ये संकलन सूचना और प्रसारण मंत्रालय के प्रकाशन प्रभाग द्वारा प्रकाशित किए गए हैं, जो भारत की परिवर्तनकारी यात्रा में प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण और नेतृत्व को दर्शाते हैं। राजधानी में आयोजित इस रिलीज समारोह में केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव और राज्यसभा के उपसभापति श्री हरिवंश सहित प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर बोलते हुए, उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन ने आत्मनिर्भर भारत पहल की सफलता पर जोर दिया, जिसने रक्षा, अंतरिक्ष, इलेक्ट्रॉनिक्स और सामाजिक विकास के क्षेत्रों में भारत को आत्मनिर्भर बनाया है। उन्होंने कहा कि “राष्ट्र प्रथम, इंडिया फर्स्ट” की भावना प्रत्येक नागरिक के दिल में गूंजती है और देश की विकास यात्रा को मार्गदर्शन देती है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि एक मजबूत राष्ट्र केवल शक्ति पर नहीं, बल्कि चरित्र और एकता पर भी बनता है। उपराष्ट्रपति ने मातृभाषा में शिक्षा, स्वच्छ पेयजल, स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवा, गरीबी उन्मूलन, स्वच्छ ऊर्जा और जलवायु कार्रवाई जैसी पहलों की भूमिका को रेखांकित किया, जिन्होंने 1.4 अरब भारतीयों के जीवन को बेहतर बनाया है। उन्होंने पिछले 11 वर्षों में 25 करोड़ से अधिक लोगों के गरीबी से बाहर निकलने की उपलब्धि की सराहना की और कहा, “जब एक घर में शौचालय बनता है, तो यह उस घर के ‘मन’ को गरिमा प्रदान करता है।” उन्होंने प्रकाशन प्रभाग को इन खंडों के संकलन के लिए बधाई दी।
केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री मोदी के निःस्वार्थ शासन की प्रशंसा की, उन्हें एक प्रेरणादायक नेता बताया, जो समाज, सेवा और राष्ट्र को प्राथमिकता देते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी ने राजनीति को लोगों की सेवा का माध्यम बनाया है, जिससे लाखों लोगों के जीवन में बदलाव आया है। उन्होंने विश्वास जताया कि ये खंड शोधकर्ताओं और नीति निर्माताओं के लिए मूल्यवान संसाधन होंगे।
राज्यसभा के उपसभापति श्री हरिवंश ने मोदी को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ संचारकों में से एक बताया, जो योजनाओं के नामकरण में बारीकी से ध्यान देते हैं ताकि वे लोगों से जुड़ सकें। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव श्री संजय जाजू ने कहा कि ये खंड शासन दर्शन को समझने के लिए प्रामाणिक संदर्भ हैं और भारत की विकास यात्रा का महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं।
ये संकलन, *सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास*, समावेशी विकास और सामूहिक प्रयास के सिद्धांतों को दर्शाते हैं, जो मोदी के कार्यकाल को परिभाषित करते हैं। यह आयोजन भारत की आत्मनिर्भरता और नागरिकों की गरिमा की प्रगति को दर्शाने वाला एक मंच था।