
22 करोड़ लीटर डीजल की बचत और 2 करोड़ रोजगार दिवसों का सृजन, छत्तीसगढ़ को मिलेगा बंपर लाभ
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को नई दिल्ली स्थित रेल भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत खरसिया-नया रायपुर-परमालकसा रेल परियोजना छत्तीसगढ़ की रेल प्रणाली को पूरी तरह बदल देगी। लगभग ₹8,741 करोड़ की लागत वाली यह परियोजना राज्य के एक छोर को दूसरे छोर से जोड़ते हुए ओडिशा से महाराष्ट्र तक रेल नेटवर्क को मजबूत बनाएगी।
रेल मंत्री ने इस प्रोजेक्ट को “छत्तीसगढ़ की रेल नेटवर्क की नई धमनी” बताते हुए कहा कि इससे रायगढ़, जांजगीर-चांपा, बिलासपुर, बलौदा बाजार, दुर्ग और राजनांदगांव जैसे ज़िले सीधे जुड़ेंगे। प्रोजेक्ट के तहत 615 किलोमीटर लंबी पटरियां, 21 स्टेशन, 48 बड़े पुल, 349 छोटे पुल, 14 फ्लाईओवर, और 184 अंडरपास का निर्माण होगा।
रेलवे बजट में 22 गुना वृद्धि, मोदी सरकार में छत्तीसगढ़ को मिला बड़ा लाभ
श्री वैष्णव ने बताया कि यूपीए सरकार के समय जहां छत्तीसगढ़ को केवल ₹300 करोड़ का रेलवे फंड मिलता था, वहीं अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह बजट 22 गुना बढ़कर ₹6,900 करोड़ से अधिक हो गया है।
उन्होंने बताया कि 2014 के बाद से छत्तीसगढ़ में 1,125 किलोमीटर नए ट्रैक बिछाए गए हैं, जो दुबई के कुल रेलवे नेटवर्क से भी अधिक है। ₹47,000 करोड़ से ज्यादा का निवेश छत्तीसगढ़ में रेलवे क्षेत्र में हो चुका है और 32 स्टेशनों का पुनर्विकास कार्य तेजी से जारी है।
रेल प्रोजेक्ट से जुड़े धार्मिक, सांस्कृतिक और औद्योगिक क्षेत्र
यह नया रेल नेटवर्क शबरी माता से जुड़े लक्ष्मीनारायण मंदिर, बलौदा बाजार और खरसिया के सीमेंट हब, और डोकरा व कोसा सिल्क जैसे सांस्कृतिक क्षेत्रों को भी जोड़ेगा। इससे स्थानीय रोजगार में भारी बढ़ोतरी होगी और अनुमानित 2 करोड़ मैन डे रोजगार पैदा होंगे।
प्रोजेक्ट के दौरान बायपास नीति अपनाई जाएगी ताकि मालगाड़ियाँ शहर से बाहर निकलें और यात्री गाड़ियों को शहरी स्टेशनों पर आसानी से प्रवेश मिल सके। इससे स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी।
प्रमुख रेल परियोजनाएं जो दे रहीं छत्तीसगढ़ को मजबूती
रेल मंत्री ने बताया कि राज्य में कई अन्य महत्वपूर्ण रेल योजनाएं भी तेज़ी से आगे बढ़ रही हैं:
- दल्ली राजहरा से रावघाट तक नई लाइन पूरी हो चुकी है
- रावघाट से जगदलपुर तक डीपीआर लगभग पूर्ण
- गेवरा-पेण्ड्रा रोड नई लाइन पर काम प्रगति पर
- राजनांदगांव-नागपुर तीसरी लाइन
- झारसुगुड़ा-बिलासपुर चौथी लाइन
- रायपुर-केन्द्री-धमतरी से अभनपुर-राजिम लाइन का गेज कन्वर्जन
- जगदलपुर-कोरापुट सेक्शन का डबलिंग कार्य
- धरमजयगढ़-कोरबा और अनूपपुर-अंबिकापुर जैसे नए मार्गों पर कार्य और फंडिंग जारी
डबल इंजन सरकार पर भरोसा, छत्तीसगढ़ के विकास की नई दिशा
रेल मंत्री ने कहा कि राज्य की जनता ने डबल इंजन की सरकार पर जो विश्वास जताया है, उसे भारतीय रेल पूरा कर रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी इस मौके पर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ को रेलवे क्षेत्र में अभूतपूर्व लाभ मिल रहा है, और यह नई परियोजना राज्य के लिए एक ऐतिहासिक सौभाग्य है।
उन्होंने विश्वास जताया कि यह रेलवे नेटवर्क छत्तीसगढ़ की आर्थिक, सांस्कृतिक और सामाजिक स्थिति को नई दिशा देगा।