17 वर्षीय कुचिपुड़ी नृत्यांगना शांभवी शर्मा के रंगप्रवेशम में कला, भक्ति और नवाचार का अद्भुत संगम

रंग, राग और रचनात्मकता से सजी शाम ने भारतीय शास्त्रीय नृत्य की नई दिशा दिखाई

नई दिल्ली: जब कमानी ऑडिटोरियम की रोशनी मद्धम हुई और मंच पर लय की गूँज उठी, तो 17 वर्षीय शांभवी शर्मा की नृत्य-भंगिमाएँ दर्शकों के दिलों तक उतर गईं। इस भावपूर्ण अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उनकी पहल ‘नृत्यामृत’ का विमोचन किया।

शांभवी शर्मा, संस्कृति स्कूल, नई दिल्ली की कक्षा 12 की छात्रा और सांस्कृतिक परिषद की अध्यक्ष हैं। वे पिछले एक दशक से पद्म भूषण गुरु राजा और राधा रेड्डी के सान्निध्य में नाट्य तरंगिणी संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। शांभवी ने अपने अब तक के नृत्य सफर में कई प्रतिष्ठित मंचों पर प्रदर्शन किया है, जिनमें अंतरराष्ट्रीय राजगीर महोत्सव (2022), G20 यूथ कनेक्ट प्रोग्राम (2023) और परंपरा सीरीज़ शामिल हैं।

शांभवी न केवल एक नृत्यांगना हैं बल्कि वे एक लेखिका भी हैं। उनके ‘द एल्गोरिदम ऑफ बेताल’ लेख को नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) द्वारा जून 2025 में प्रकाशित किया गया था, जिसमें उन्होंने भारतीय पौराणिक कथाओं के माध्यम से कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की नैतिकता पर रोचक विमर्श प्रस्तुत किया है।

अपने रंगप्रवेशम में शांभवी ने चार पारंपरिक कुचिपुड़ी प्रस्तुतियाँ दीं — दशावतार, गणनाथाय, तरंगम और सांसों की माला, जिनमें भक्ति, तकनीकी निपुणता और भावाभिव्यक्ति का सुंदर संगम देखने को मिला।

‘नृत्यामृत’, जिसे 2023 में शुरू किया गया था, शांभवी की सामाजिक पहल है। इसके माध्यम से वे कुचिपुड़ी नृत्य को उपचार के साधन के रूप में अस्पतालों, वृद्धाश्रमों और वंचित समुदायों तक पहुंचा रही हैं। इस पहल के अंतर्गत बच्चों के लिए नृत्य चिकित्सा सत्र और डांस क्लासेस आयोजित की जाती हैं।

अपने सफर को याद करते हुए शांभवी ने कहा , “ जब मैं छह साल की उम्र में नाट्य तरंगिणी से जुड़ी थी, तब यह एक शांत शुरुआत थी, जो धीरे-धीरे एक सुंदर यात्रा में बदल गई। नृत्य मेरे लिए एक ऐसी शांति का माध्यम है जहाँ संगीत और लय में मेरी सारी चिंताएँ खो जाती हैं।”

यह संध्या शांभवी शर्मा की दशक भर की साधना और समर्पण का प्रतीक रही, साथ ही नाट्य तरंगिणी की उस परंपरा को भी आगे बढ़ाने वाली बनी, जो भारत की अगली पीढ़ी के शास्त्रीय कलाकारों को तैयार करने में निरंतर योगदान दे रही है।

  • Related Posts

    विश्व हिन्दू महासंघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी एवं कोर कमेटी की बैठक नई दिल्ली में सम्पन्न

    संगठन के विस्तार और दस लाख सदस्य जोड़ने के अभियान की रूपरेखा तैयार, राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर के नए पदाधिकारियों की घोषणा की गई नई दिल्ली, 26 अक्टूबर 2025 विश्व…

    Continue reading

      डॉ. के. ए. पॉल ने कर्नूल बस हादसे पर जवाबदेही की मांग की; बस मालिक की गिरफ्तारी और लापरवाह अधिकारियों के निलंबन की अपील हैदराबाद:  डॉ. के. ए. पॉल…

    Continue reading

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You Missed

    17 वर्षीय कुचिपुड़ी नृत्यांगना शांभवी शर्मा के रंगप्रवेशम में कला, भक्ति और नवाचार का अद्भुत संगम

    • By admin
    • October 29, 2025
    • 18 views
    17 वर्षीय कुचिपुड़ी नृत्यांगना शांभवी शर्मा के रंगप्रवेशम में कला, भक्ति और नवाचार का अद्भुत संगम

    माता-पिता बनने का सपना अब और करीब — इंदिरा आईवीएफ ने तांबरम में नया क्लिनिक खोला

    • By admin
    • October 28, 2025
    • 29 views
    माता-पिता बनने का सपना अब और करीब — इंदिरा आईवीएफ ने तांबरम में नया क्लिनिक खोला

    डॉ. पॉल बोले — “मुख्य न्यायाधीश पर हमला संविधान पर हमला है”

    • By admin
    • October 27, 2025
    • 31 views
    डॉ. पॉल बोले — “मुख्य न्यायाधीश पर हमला संविधान पर हमला है”

    विश्व हिन्दू महासंघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी एवं कोर कमेटी की बैठक नई दिल्ली में सम्पन्न

    • By admin
    • October 26, 2025
    • 47 views
    विश्व हिन्दू महासंघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी एवं कोर कमेटी की बैठक नई दिल्ली में सम्पन्न

    इन्दिरा आईवीएफ ने यमुनानगर में खोला नया फर्टिलिटी क्लिनिक

    • By admin
    • October 26, 2025
    • 35 views
    इन्दिरा आईवीएफ ने यमुनानगर में खोला नया फर्टिलिटी क्लिनिक

    ट्रैकिंग, न कि टैक्सिंग: भारत को अपनी क्रिप्टो टीडीएस नीति पर पुनर्विचार क्यों करना चाहिए

    • By admin
    • October 25, 2025
    • 49 views
    ट्रैकिंग, न कि टैक्सिंग: भारत को अपनी क्रिप्टो टीडीएस नीति पर पुनर्विचार क्यों करना चाहिए