
नई दिल्ली, 22 मई 2025
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने विश्व पर्यावरण दिवस 2025 (5 जून) से पहले आज ‘एक राष्ट्र, एक मिशन: प्लास्टिक प्रदूषण समाप्त करें’ नामक राष्ट्रव्यापी जन-आंदोलन अभियान का शुभारंभ किया। यह अभियान भारत की मिशन लाइफ (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) पहल के साथ संरेखित है, जो पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो जारी कर इस अभियान की शुरुआत की और सभी नागरिकों से प्लास्टिक प्रदूषण को खत्म करने के लिए टिकाऊ जीवनशैली अपनाने और जागरूकता से लेकर सामूहिक कार्रवाई की दिशा में कदम उठाने का आह्वान किया।
अभियान का मुख्य विषय: ‘एकल उपयोग प्लास्टिक को न कहें’
विश्व पर्यावरण दिवस, जो हर साल 5 जून को मनाया जाता है, पर्यावरण संरक्षण के लिए वैश्विक जागरूकता और कार्रवाई को बढ़ावा देने का संयुक्त राष्ट्र का प्रमुख मंच है। इस वर्ष का विषय ‘एकल उपयोग प्लास्टिक को न कहें’ प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने पर केंद्रित है। अभियान के प्रमुख उद्देश्य हैं:
– प्लास्टिक प्रदूषण के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
– एकल उपयोग प्लास्टिक सहित प्लास्टिक कचरे के उत्पादन और उपयोग में कमी लाना।
– प्लास्टिक कचरे के पृथक्करण, संग्रहण, निपटान और पुनर्चक्रण को बढ़ावा देना।
– एकल उपयोग प्लास्टिक के टिकाऊ विकल्पों के विकास को प्रोत्साहित करना।
अभियान की गतिविधियां
विश्व पर्यावरण दिवस 2025 तक चलने वाला यह अभियान प्लास्टिक प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूकता फैलाने और पर्यावरण-अनुकूल विकल्पों को अपनाने पर केंद्रित है। इसका लक्ष्य सामुदायिक शिक्षा, व्यवहार परिवर्तन और टिकाऊ सामग्रियों में नवाचार के माध्यम से पर्यावरण-अनुकूल जीवनशैली को प्रोत्साहित करना है।
इसके तहत निम्नलिखित गतिविधियां आयोजित की जाएंगी:
1. जागरूकता अभियान: सोशल मीडिया, नुक्कड़ नाटक, सार्वजनिक प्रतिज्ञा, पोस्टर और निबंध प्रतियोगिताएं, मैराथन आदि।
2. स्वच्छता अभियान: समुद्र तटों, पार्कों, नदी तटों, पर्यटन स्थलों, रेलवे स्टेशनों और ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई।
3. कार्यशालाएं और वेबिनार: एकल उपयोग प्लास्टिक के विकल्प और टिकाऊ प्रथाओं पर चर्चा।
4. शैक्षिक गतिविधियां: पुनर्नवीनीकृत प्लास्टिक से कला-शिल्प, स्कूल प्रदर्शनियां, हैकथॉन, प्रश्नोत्तरी और इंटरैक्टिव गेम।
5. सामुदायिक भागीदारी: आरडब्ल्यूए, नगर निकायों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहकारी समितियों के साथ स्थानीय अपशिष्ट पृथक्करण और पुनर्चक्रण प्रयास।
सहभागिता और समन्वय
यह अभियान केंद्रीय मंत्रालयों, राज्य/केंद्र शासित प्रदेश सरकारों, स्थानीय निकायों, शैक्षणिक संस्थानों, उद्योगों, नागरिक समाज और सामुदायिक समूहों के सहयोग से चलाया जाएगा। सभी हितधारकों को अपनी पहल को अभियान के विषय के साथ संरेखित करने और ‘मेरी लाइफ’ पोर्टल पर गतिविधियों का विवरण अपलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
मंत्रालय ने सभी नागरिकों से इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने और प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने में योगदान देने की अपील की है। यह अभियान पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी और टिकाऊ भविष्य के लिए सामूहिक प्रयासों को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण कदम है।