
Phalgam attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तानी नागरिकों की चारधाम यात्रा पर रोक लगा दी है। सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। इस निर्णय के बाद पाकिस्तान से आए 77 हिंदू श्रद्धालु, जिन्होंने पहले ही यात्रा के लिए पंजीकरण करा लिया था, अब इस वर्ष चारधाम यात्रा में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।
चारधाम यात्रा को लेकर इस साल देश-विदेश के श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। अब तक 21 लाख से अधिक लोगों ने इस यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है, जिनमें 100 से अधिक देशों के श्रद्धालु शामिल हैं। विदेशी श्रद्धालुओं की संख्या 24,729 तक पहुंच चुकी है। खास बात यह है कि पाकिस्तान से भी 77 श्रद्धालुओं ने इस पावन यात्रा में भाग लेने के लिए अपना पंजीकरण कराया था, लेकिन अब उन्हें अनुमति नहीं दी जाएगी।
केंद्र सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले को बेहद गंभीरता से लिया है। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान जाने के बाद सरकार ने त्वरित रूप से कई सख्त कदम उठाए हैं। इन्हीं के तहत चारधाम यात्रा में पाकिस्तानी नागरिकों की भागीदारी को रोकने का निर्णय लिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, यह निर्णय पूरी तरह सुरक्षा कारणों और एहतियात के तौर पर लिया गया है ताकि यात्रा के दौरान किसी प्रकार का खतरा उत्पन्न न हो।
प्रशासन ने पाकिस्तानी श्रद्धालुओं की वापसी के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। उन्हें सुरक्षित रूप से वापस उनके देश भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं, अन्य विदेशी श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम कर रही हैं। उत्तराखंड प्रशासन ने यात्रा मार्गों और धामों की सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया है।
चारधाम यात्रा की शुरुआत इस वर्ष 30 अप्रैल से हो रही है। केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट खुलने के साथ ही लाखों श्रद्धालु इन पवित्र स्थलों के दर्शन के लिए पहुंचेंगे। केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाएं 2 मई से शुरू होंगी। प्रशासन यात्रा को सफल बनाने के लिए अंतिम तैयारियों में जुटा हुआ है।