
रेलवे ने बिहार के लिए चार नई अमृत भारत ट्रेनों और एक दक्षिण भारत को जोड़ने वाली सुपरफास्ट ट्रेन की घोषणा की; कम किराए और अत्याधुनिक सुविधाओं से यात्रियों को मिलेगा आरामदायक और किफायती सफर
दिल्ली, 8 जुलाई 2025
भारतीय रेलवे ने बिहारवासियों को बड़ी सौगात देते हुए अमृत भारत ट्रेनों के विस्तार की घोषणा की है। रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार कार्यकारी निदेशक श्री दिलीप कुमार ने बताया कि वर्तमान में देशभर में तीन अमृत भारत ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है, जबकि 100 नई अमृत भारत रेक तैयार किए जा रहे हैं।
बिहार में पहले से दो अमृत भारत ट्रेनें—दरभंगा-आनंद विहार टर्मिनल और सहरसा-लोकमान्य तिलक टर्मिनल—सफलतापूर्वक चलाई जा रही हैं। अब चार और नई ट्रेनों को शामिल किए जाने से राज्य में इनकी कुल संख्या छह हो जाएगी। इन ट्रेनों का किराया केवल ₹500 से शुरू होगा, जिससे मध्यम वर्ग के यात्रियों को सस्ती और सुलभ यात्रा का विकल्प मिलेगा।
घोषित नई ट्रेनें इस प्रकार हैं:
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पटना–नई दिल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस – दैनिक सेवा
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दरभंगा–लखनऊ (गोमतीनगर) अमृत भारत एक्सप्रेस – साप्ताहिक सेवा
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मालदा टाउन–लखनऊ अमृत भारत एक्सप्रेस – साप्ताहिक सेवा
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सहरसा–अमृतसर अमृत भारत एक्सप्रेस – साप्ताहिक सेवा
इसके अतिरिक्त, जोगबनी (सीमांचल) से इरोड (तमिलनाडु) तक एक दैनिक सुपरफास्ट ट्रेन भी शुरू की जाएगी, जो बिहार और दक्षिण भारत के बीच संपर्क को मजबूत करेगी।
श्री दिलीप कुमार ने बताया कि ये नई सेवाएं राज्य के यात्रियों को उत्तरी और दक्षिणी भारत से बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेंगी। यह पहल केवल परिवहन सुविधा नहीं, बल्कि क्षेत्रीय संतुलन, रोजगार और सामाजिक विकास की दिशा में भी एक बड़ा कदम है।
अमृत भारत 2.0: आधुनिकता और सुविधा का नया अनुभव
रेलवे बोर्ड के अनुसार, अमृत भारत 2.0 के तहत विकसित की गई ये ट्रेनें 130 किमी/घंटा की रफ्तार से चलने में सक्षम हैं और विशेष रूप से मध्यम वर्ग के यात्रियों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन की गई हैं।
इन ट्रेनों की प्रमुख सुविधाएं निम्नलिखित हैं:
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फोल्डेबल स्नैक्स टेबल, मोबाइल होल्डर और फास्ट चार्जिंग पोर्ट
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एयरलाइन-शैली की आरामदायक सीटें
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रेडियम स्ट्रिप्स से युक्त रोशनीयुक्त फर्श
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पुश-पुल टेक्नोलॉजी और एयर स्प्रंग बॉडी से झटका-मुक्त सफर
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आधुनिक शौचालय: इलेक्ट्रो-न्यूमैटिक फ्लशिंग, वैक्यूम एवैक्यूएशन और दिव्यांगजन-अनुकूल डिज़ाइन
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टॉक-बैक यूनिट और गैर-एसी कोचों में फायर डिटेक्शन सिस्टम की सुविधा (पहली बार)
ये ट्रेनें यात्रियों को एक विश्वस्तरीय, सुरक्षित और आरामदायक अनुभव प्रदान करेंगी। रेलवे की यह पहल मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों को गति देने के साथ-साथ आम जनता के लिए भी यात्रा को आधुनिक और सुलभ बनाएगी।
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