
सेलिब्रिटी प्रमोटर्स पर कार्रवाई का निर्देश, सरकार से कड़े कानून बनाने की अपील
नई दिल्ली, प्रसिद्ध धर्म प्रचारक एवं ग्लोबल पीस प्रेसिडेंट डॉ. के. ए. पॉल ने सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) दायर करते हुए देश में जुआ और सट्टेबाजी ऐप्स पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि ये ऐप्स युवाओं को विनाश के कगार पर पहुँचा रहे हैं और अनगिनत परिवारों के लिए गंभीर संकट का कारण बन रहे हैं।
नई दिल्ली के आंध्र भवन में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ. पॉल ने सरकार से तत्काल कदम उठाने की अपील की। उन्होंने बताया, “तेलंगाना में बीते साल 978 युवाओं ने ऑनलाइन जुए के कारण अपनी जान गँवा दी। यह केवल एक राज्य की घटना है, जबकि पूरे देश में लाखों परिवार इन ऐप्स के कारण परेशान हैं। कुछ कंपनियों के मुनाफे के लिए इतना दुख सहन नहीं किया जा सकता।”
सरकार से ठोस कदम की मांग
डॉ. पॉल ने कहा कि आज सुबह ही उन्हें भाजपा के एक वरिष्ठ सांसद से मुलाकात हुई, जिन्होंने आश्वासन दिया कि इस मुद्दे को इस हफ्ते संसद में उठाया जाएगा। उनका मानना है कि सिर्फ ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने से काम नहीं बनेगा, बल्कि उन हस्तियों पर भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए जो इन ऐप्स का प्रचार कर रहे हैं।
सेलिब्रिटी प्रमोटर्स पर कड़ी कार्रवाई की मांग
अपने बयान में डॉ. पॉल ने सचिन तेंदुलकर, शाहरुख खान और कुछ दक्षिण भारतीय अभिनेताओं समेत कई प्रमुख हस्तियों का नाम लेते हुए आरोप लगाया कि ये अपनी लोकप्रियता का दुरुपयोग कर युवा पीढ़ी को जुए की ओर आकर्षित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “ये समाज के आदर्श माने जाते हैं, परंतु पैसे के लालच में इनका जुआ कंपनियों का प्रचार करना बेहद अनुचित है। कई युवा इनके प्रभाव में आकर अपने घर भी गिरवी रख देते हैं। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”
उन्होंने तेलंगाना पुलिस द्वारा 25 सेलिब्रिटीज के खिलाफ दर्ज एफआईआर की सराहना की, लेकिन यह भी कहा कि केवल गिरफ्तारी दिखाने के लिए नहीं, बल्कि दोष सिद्ध होने पर सख्त दंड देना आवश्यक है।
72 घंटे में माफी का ultimatum
डॉ. पॉल ने सट्टेबाजी ऐप्स का प्रचार करने वाले सभी सेलिब्रिटीज को 72 घंटे में सार्वजनिक माफी माँगने और कमाई वापस करने का ultimatum दिया है, अन्यथा उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
केंद्र सरकार से कड़े कानूनों की मांग
डॉ. पॉल ने केंद्र सरकार से अपील की है कि देशभर में जुआ और सट्टेबाजी ऐप्स पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए और ऐसे प्लेटफार्म्स को बढ़ावा देने वालों पर कठोर कानून लागू किए जाएं। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य नेताओं के साथ मिलकर इस मुद्दे पर काम करने को तैयार हैं, ताकि देश की युवा पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित किया जा सके।