
होटल टोक्यो टॉवर के मालिक का दावा – गुवाहाटी में मोदी प्रतिमा परियोजना से जुड़ी साजिश और संपत्ति पर कब्जे की कोशिशें जारी
गुवाहाटी/दिल्ली, 21 अगस्त 2025:
गुवाहाटी के होटल टोक्यो टॉवर के स्वामी श्री नबिन चंद्र बोराह ने अपने जीवन पर गंभीर खतरे का आरोप लगाया है, जो कथित रूप से असम के मुख्यमंत्री श्री हिमंता बिस्वा शर्मा से जुड़े हैं। मीडिया से बातचीत में बोराह ने कहा कि यह खतरा उनकी पहल से जुड़ा है, जिसमें जलुकबारी पुलिस पॉइंट, गुवाहाटी में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की प्रतिमा का निर्माण शामिल है।
श्री बोराह ने बताया कि उनकी परियोजना की शुरुआत से ही उसे विभिन्न बाधाओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि साइट पर डिजिटल बैनर लगाने के बाद कुछ समूहों ने जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया, इसके बाद पुलिस द्वारा उन्हें धमकाया गया और भूमि पूजन (29–31 जनवरी 2024) सहित अन्य आयोजनों में बार-बार हस्तक्षेप किया गया। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए लगाए गए बैनर भी जबरदस्ती हटा दिए गए और फरवरी 2024 में पीएम के काफिले के दौरे के दौरान उन्हें हिरासत में लिया गया।
बोराह ने अपने व्यवसाय पर जारी उत्पीड़न का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि “ज्ञात और अज्ञात लोग” नियमित रूप से होटल टोक्यो टॉवर आते हैं और सुरक्षा के नाम पर उन्हें बैनर हटाने की चेतावनी देते हैं, क्योंकि “मुख्यमंत्री वर्तमान में सत्ता में हैं और खतरनाक व्यक्ति हैं।” इसके अलावा, दो वर्षों से उनके अनुरोध के बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने की अनुमति नहीं मिली है।
व्यवसायी ने वित्तीय उत्पीड़न की ओर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि उनके बंदकृत संपत्तियों—जिनमें बोकाखाट, जलुकबारी, बेतकुची की जमीन और होटल टोक्यो टॉवर शामिल हैं—को बेचने के निर्देश दिए गए, जबकि उन्होंने 7 करोड़ रुपये के बैंक ऋण का अधिकांश भाग चुका दिया था। उनका दावा है कि यह उनके करोड़ों की संपत्ति को छीनने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा है।
श्री बोराह ने कहा, “लगातार मानसिक दबाव, वित्तीय उत्पीड़न और जीवन पर खतरे का सामना करने के बाद, मैं माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी से अपील करता हूँ कि असम के मुख्यमंत्री श्री हिमंता बिस्वा शर्मा की साजिश की जांच करें और न्याय सुनिश्चित करें।”
उन्होंने उच्चतम स्तर पर तत्काल हस्तक्षेप की मांग करते हुए चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं।