
वरिष्ठ पत्रकार राकेश कुमार सिंह और पारुल सिंह ने निभाई नेतृत्व भूमिका
झांकी, भजन और आरती ने बांधा समां; देशभर से पहुंचे विशिष्ट अतिथियों ने श्रीराम के आदर्शों पर डाला प्रकाश
नई दिल्ली, 7 अप्रैल 2025:
राम नवमी 2025: द्वारका के प्रतिष्ठित कात्यायनी अपार्टमेंट्स में राम नवमी के पावन अवसर पर एक भव्य सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संयोजन वरिष्ठ पत्रकार राकेश कुमार सिंह और दिल्ली राज्य पैरा ओलंपिक कमेटी की अध्यक्ष श्रीमती पारुल सिंह द्वारा किया गया। इस आयोजन ने धार्मिक उत्सव को सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक चेतना से जोड़ा।
देशभर से पहुंचे प्रतिष्ठित अतिथि
इस विशेष अवसर पर देश की नामचीन संस्थाओं से जुड़े कई गणमान्य अतिथियों ने अपनी उपस्थिति से आयोजन को गौरवांवित किया। उपस्थित प्रमुख हस्तियों में शामिल रहे:
- पूर्व सांसद व भाजपा उत्तर प्रदेश की उपाध्यक्ष श्रीमती नीलम सोनकर
- भाजपा यूपी के उपाध्यक्ष श्री राजेन्द्र प्रसाद सोनकर
- गृह मंत्रालय के निदेशक श्री वेद टंडन
- दिल्ली भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष और स्कूल चेयरमैन श्री सी.एस. पॉल अपनी पत्नी नीलम पॉल के साथ
- नीति आयोग के संयुक्त सचिव श्री सुधीर कुमार
- सीपीडब्ल्यूडी के पूर्व मुख्य अभियंता श्री आर. ए. यादव
- ओएनजीसी के सीएसआर प्रमुख व मुख्य महाप्रबंधक श्री जय शंकर
- एनबीसीसी के निदेशक श्री सुनील पांडेय
- गृह मंत्रालय की खुफिया शाखा (आईबी) के सेवानिवृत्त सहायक निदेशक श्री जंग बहादुर
आध्यात्मिक झलकियों ने मोहा मन
कार्यक्रम में भगवान श्रीराम की भव्य झांकी, भावपूर्ण भजन और सामूहिक आरती ने उपस्थित जनसमूह को भावविभोर कर दिया। आयोजन में दिव्यांगजनों, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों की सक्रिय भागीदारी इसे समावेशिता का प्रतीक बना गई।
वरिष्ठ पत्रकार राकेश कुमार सिंह ने कहा,
“राम नवमी केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह मर्यादा, सेवा और कर्तव्यबोध को आत्मसात करने का पर्व है। हमारी कोशिश समाज में सांस्कृतिक जागरूकता को मजबूत करना है।”
वहीं, श्रीमती पारुल सिंह ने कहा,
“यह आयोजन हमारी संस्कृति और नैतिक मूल्यों का उत्सव है। हम आने वाले वर्षों में इसे और बड़े स्तर पर मनाएंगे ताकि युवा पीढ़ी श्रीराम के आदर्शों से प्रेरणा ले सके।”
कार्यक्रम का समापन प्रसाद वितरण के साथ हुआ, जिसमें कात्यायनी अपार्टमेंट्स के निवासियों सहित आसपास के लोगों ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इस आयोजन ने एक बार फिर सिद्ध किया कि राम नवमी केवल धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का पर्व है।