
नई दिल्ली, देशभर के 20 से अधिक राज्यों से आईं शहीद अर्धसैनिक बलों की विधवाओं ने रविवार को जन्तर-मन्तर पर जोरदार प्रदर्शन किया। उनकी प्रमुख मांग थी – पुरानी पेंशन योजना (OPS) को बहाल करना और “वन रैंक, वन पेंशन” (OROP) योजना को पूरी तरह लागू करना।
यह प्रदर्शन ऑल एक्स-पैरामिलिट्री फोर्सेस वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई, जिसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा गया।
पुरानी पेंशन, स्वास्थ्य सुविधा और सम्मान की बहाली की मांग
सौंपे गए ज्ञापन में छह प्रमुख मांगें शामिल थीं:
- पुरानी पेंशन योजना (OPS) को फिर से लागू किया जाए।
- सभी रैंकों पर वन रैंक, वन पेंशन (OROP) योजना को समान रूप से लागू किया जाए।
- केंद्रीय सैन्य स्वास्थ्य योजना (CMHS) की सुविधा दी जाए।
- जिला स्तर पर स्वास्थ्य डिस्पेंसरी खोली जाएं।
- प्रत्येक राज्य में अर्धसैनिक कल्याण बोर्ड की स्थापना की जाए।
- वर्ष 2012 में गृह मंत्रालय द्वारा जारी आदेश को लागू किया जाए, जिसमें सेवानिवृत्त अर्धसैनिक कर्मियों को “Ex-Man” का दर्जा देने की बात कही गई थी।
स्वरोजगार के लिए विशेष पहल की मांग
प्रदर्शनकारियों ने यह भी मांग रखी कि सेवानिवृत्त अर्धसैनिक जवानों और उनके परिवारों के लिए इंडिया कॉफी हाउस खोलने की विशेष अनुमति दी जाए, जिससे उन्हें स्वरोजगार मिल सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस योजना के लिए किसी सरकारी बजट की आवश्यकता नहीं होगी और इसे सामुदायिक योगदान से चलाया जा सकता है।
पीएमओ तक पहुंची आवाज
यह ज्ञापन दिल्ली पुलिस के सहयोग से औपचारिक रूप से प्रधानमंत्री कार्यालय को सौंपा गया। प्रदर्शनकारियों ने उम्मीद जताई कि सरकार उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार करेगी और लंबे समय से लंबित इन मामलों में शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।