
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के शारजाह शहर में भारतीय प्रवासी समुदाय ने बिहार दिवस को भव्यता के साथ मनाया। इंडियन पीपल्स फोरम (आईपीएफ) बिहार काउंसिल द्वारा आयोजित इस शानदार कार्यक्रम में यूएई में बसे बिहारी प्रवासियों ने भारी संख्या में भाग लिया। इस अवसर पर बिहार की संस्कृति, विरासत और वैश्विक योगदान को उत्साहपूर्वक प्रस्तुत किया गया।
गौरवशाली अतीत और उज्जवल भविष्य पर हुई चर्चा
कार्यक्रम में कई सम्मानित हस्तियों ने भाग लिया और बिहार की ऐतिहासिक एवं सामाजिक उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। प्रमुख अतिथियों में शामिल थे:
- श्री आर.के. महतो (संयोजक, आईपीएफ बिहार काउंसिल एवं एनआरआई उद्योगपति)
- श्री मनीष सिन्हा (संयोजक, बीजेपी बिहार एनआरआई सेल)
- श्रीमती शिल्पा नायर (उपाध्यक्ष, आईपीएफ केंद्रीय समिति)
- माननीय श्रीमती सुल्ताना फारूक काज़िम (अमीराती अंतरराष्ट्रीय सामाजिक कार्यकर्ता)
इन गणमान्य व्यक्तियों ने प्रवासी बिहारी समुदाय की भूमिका की सराहना करते हुए बिहार के सामाजिक और आर्थिक विकास में उनके योगदान को रेखांकित किया।

संस्कृति की धरोहर: लोकगीतों और परंपराओं का रंगारंग प्रदर्शन
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कलारंजनी ग्रुप का सांस्कृतिक प्रस्तुतिकरण रहा, जिसमें भोजपुरी, मैथिली और मगही लोकगीतों की शानदार प्रस्तुति दी गई। इन गीतों ने दर्शकों को बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ते हुए उनके हृदय में गर्व और अपनत्व की भावना जगा दी।
राजनेताओं ने दिया प्रवासी बिहारी समुदाय को विशेष संदेश
बिहार और भारत के कई प्रतिष्ठित नेताओं ने वीडियो संदेश के माध्यम से प्रवासी बिहारी समुदाय को शुभकामनाएं प्रेषित कीं। इनमें प्रमुख नाम थे:
- श्री सम्राट चौधरी (उप मुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री, बिहार सरकार)
- श्री नितिन नवीन (पथ निर्माण मंत्री, बिहार सरकार)
- श्री दिलीप जायसवाल (अध्यक्ष, बीजेपी बिहार इकाई)
- श्री रवि शंकर प्रसाद (पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद)
- श्री अश्विनी कुमार चौबे (पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद)
- डॉ. संजय जायसवाल (सांसद)
- श्री जनार्दन सिकरवार (सांसद)
- सुश्री चंदन तिवारी (प्रसिद्ध लोकगायिका)
इन सभी नेताओं ने बिहार की समृद्ध परंपराओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने के लिए आईपीएफ बिहार काउंसिल के प्रयासों की सराहना की।
आयोजन को सफल बनाने में टीम का अहम योगदान
इस भव्य समारोह की सफलता के पीछे आईपीएफ बिहार काउंसिल की समर्पित टीम की मेहनत रही, जिसमें श्री संजीत झा, श्री विकास सिंह, श्री शैलेश पांडेय, श्री अतुल कुमार, डॉ. उपेंद्र यादव, सुश्री अमृता सिंह और श्री मानस पांडेय का अहम योगदान रहा।
इस आयोजन ने एक बार फिर साबित कर दिया कि प्रवासी बिहारी समुदाय न केवल अपनी जड़ों से जुड़ा हुआ है, बल्कि विश्वभर में अपनी संस्कृति और परंपराओं को जीवंत बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध भी है।