
नई दिल्ली, राजस्थान पर्यटन को नई दिशा देने और इसे वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के उद्देश्य से नई दिल्ली के बीकानेर हाउस में पर्यटन विभाग द्वारा एक विशेष टूरिज्म मीट का आयोजन किया गया। यह बैठक नौ दिवसीय ‘राजस्थान उत्सव’ का हिस्सा है, जो 2 अप्रैल तक चलेगा। इस आयोजन में दिल्ली स्थित पर्यटन उद्योग के अनुभवी विशेषज्ञों, विभिन्न राज्यों के पर्यटन अधिकारियों, ट्रैवल एजेंटों, तथा राजस्थानी एवं गैर-राजस्थानी लोगों को आमंत्रित किया गया।
राजस्थान पर्यटन को मिलेगा नया बढ़ावा
राजस्थान पर्यटन विभाग की उप निदेशक डॉ. दीपाली शर्मा ने बताया कि इस बैठक के दौरान ‘म्हारो राजस्थान’ नामक टॉक शो का भी आयोजन किया गया, जिसमें छह पैनलिस्टों ने भाग लिया। उन्होंने यह भी बताया कि राजस्थान पर्यटन देशभर में सातवें स्थान पर है और पिछले वर्ष इसमें 28% की वृद्धि हुई है, जो राज्य के पर्यटन क्षेत्र के लिए गर्व की बात है।
इस उत्सव के प्रचार-प्रसार के लिए बीकानेर हाउस में प्रमुख पर्यटक स्थलों के कटआउट्स, सेल्फी पॉइंट्स, बड़ी स्क्रीन और रंगीन फ्लेक्स लगाए गए हैं, ताकि आगंतुक राजस्थान के पर्यटन स्थलों की झलक पा सकें।
पर्यटन नीति से मिलेगा लाभ
राजस्थान सरकार की उप आवासीय आयुक्त श्रीमती रिंकू मीणा ने कहा कि राज्य सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नई पर्यटन नीति बनाई है। इस नीति के तहत ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पर्यटन, एडवेंचर और डेजर्ट टूरिज्म, वन्य जीव पर्यटन, धार्मिक पर्यटन और फेस्टिवल टूरिज्म को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार, पर्यटन स्थलों तक सड़क, हवाई और रेल संपर्क के विस्तार, हेरिटेज होटलों और होमस्टे को बढ़ावा देने, डिजिटल प्रमोशन, ईको-टूरिज्म, फिल्म टूरिज्म और सस्टेनेबल टूरिज्म के सामूहिक विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
राजस्थान उत्सव के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि राजस्थान का पर्यटन उद्योग सिर्फ अतीत की विरासत तक सीमित नहीं है, बल्कि आधुनिक विकास और वैश्विक पर्यटन मानकों को अपनाकर इसे और अधिक आकर्षक बनाया जा रहा है।