
महिला सशक्तिकरण की मिसाल: राजस्थान उत्सव में छाईं राजीविका की उद्यमी महिलाएं
नई दिल्ली, 01 अप्रैल 2025।
राजस्थान सरकार की महत्वाकांक्षी राजीविका योजना ने प्रदेश की हजारों महिलाओं को स्वयं-सहायता समूहों (SHG) के माध्यम से आर्थिक सशक्तिकरण की नई राह दिखाई है। यह पहल न केवल महिलाओं को स्वावलंबी बना रही है, बल्कि उन्हें सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी मजबूत कर रही है।
राजस्थान उत्सव के अवसर पर नई दिल्ली स्थित बीकानेर हाउस में आयोजित मेले में राजीविका से जुड़ी महिला उद्यमियों ने अपने हस्तनिर्मित वस्त्रों और परिधानों की अनूठी प्रदर्शनी लगाई। इस मेले में अजरख प्रिंट की साड़ियां, दुपट्टे और सूट के साथ आशापुरा SHG की बाड़मेर की मटको देवी, बगरू प्रिंट के परिधान लिए दुर्गा SHG की जयपुर की किरण, और ब्लॉक प्रिंट की कृतियां पेश करती मजीसा SHG की बाड़मेर की सुशीला ने अपने स्टॉल्स के जरिए आगंतुकों को आकर्षित किया।
इसके अलावा, बंधेज कलाकारी के परिधान लेकर करणी माता व माताजी SHG से जुड़ी चूरू की अंजू और राजवंती ने भी अपनी उत्कृष्ट कारीगरी का प्रदर्शन किया। इन महिलाओं ने न केवल अपने उत्पादों की बिक्री की, बल्कि आगंतुकों को राजस्थानी कला और विरासत की झलक भी पेश की।
राजीविका योजना से लाभान्वित महिलाओं को वित्तीय समावेशन, प्रतिस्पर्धी बाजारों तक पहुंच और स्वरोजगार के बेहतर अवसर मिल रहे हैं, जिससे उनका जीवन स्तर सुधार रहा है और वे आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हैं।