
साझा इतिहास और सांस्कृतिक जुड़ाव को सराहा
पुर्तगाल के संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने आज संसद भवन परिसर में राज्यसभा के उपसभापति श्री हरिवंश से भेंट की। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पुर्तगाली विधानसभा के उपाध्यक्ष महामहिम श्री मार्कोस पेरेस्ट्रेलो ने किया।
प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए, श्री हरिवंश ने भारत और पुर्तगाल के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों की सराहना की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के जुड़ाव का आधार साझा इतिहास, समुद्री संबंध और प्रवासी समुदाय का गहरा आपसी सहयोग है। लोकतंत्र और बहुपक्षवाद के समान मूल्यों से प्रेरित यह संबंध समय के साथ और मजबूत हुआ है।
भारत-पुर्तगाल के 50 वर्षों के राजनयिक संबंधों का उत्सव
भारत और पुर्तगाल के बीच लंबे समय से चले आ रहे द्विपक्षीय संबंधों पर जोर देते हुए, श्री हरिवंश ने कहा कि दोनों देश अपने राजनयिक संबंधों के 50 वर्षों का उत्साहपूर्वक जश्न मना रहे हैं। इस अवसर पर कला, संस्कृति, अकादमिक सम्मेलनों, संगोष्ठियों, पुस्तक विमोचन और फिल्मों जैसे विविध क्षेत्रों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
भारतीय संस्कृति के प्रति पुर्तगाल की रुचि
भारत और पुर्तगाल के सामाजिक-सांस्कृतिक संबंधों पर प्रकाश डालते हुए, श्री हरिवंश ने कहा कि पुर्तगाल में भारतीय संस्कृति, योग, आयुर्वेद, संगीत, नृत्य, भारतीय भोजन और फिल्मों के प्रति गहरी रुचि देखी जाती है। उन्होंने पुर्तगाल सरकार द्वारा भारतीय प्रवासियों को अपनाने और समाज में घुलने-मिलने के अवसर प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया।

व्यापारिक सहयोग और आर्थिक संभावनाओं पर जोर
भारत-पुर्तगाल संबंधों की स्वाभाविक सामंजस्यता को रेखांकित करते हुए, श्री हरिवंश ने कहा कि दोनों देशों को अपने संबंधों को और प्रगाढ़ करना चाहिए। उन्होंने पुर्तगाली व्यवसायों को भारत के विशाल बाजार और विनिर्माण क्षेत्र के अवसरों का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया, जिससे वे न केवल भारतीय उपभोक्ताओं की जरूरतें पूरी कर सकें, बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का भी हिस्सा बन सकें।
द्विपक्षीय सहयोग को मिलेगी नई गति
बैठक के समापन पर, श्री हरिवंश ने आशा व्यक्त की कि पुर्तगाली प्रतिनिधिमंडल की यह यात्रा भारत-पुर्तगाल संबंधों को नई ऊर्जा प्रदान करेगी और दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग को और गति देगी। इस अवसर पर राज्यसभा के महासचिव श्री पी.सी. मोदी भी उपस्थित थे।
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